Chhattisgarh Hal Shasthi Tyohar 2024 | हरछठ/हलषष्ठी त्योहार कब है?, हरछठ/हलषष्ठी त्यौहार कैसे मनाया जाता है?

Chhattisgarh Hal Shasthi Tyohar :- आज हम आपको हल षष्ठी त्यौहार के बारे में बताएँगे भारत देश में यह त्यौहार बहुत ही धूम धाम से महिलाएं मनाती है. हलषष्ठी/ हरछठ महिलाये अपने पुत्र यानि की अपने संतान की लम्बी उम्र के लिए यह व्रत करती है.

Hal Shasthi Tyohar

अगर आप हलषष्ठी/ हरछठ व्रत करना चाहती है और आप इस त्यौहार के बारे में जानना चाहते है जैसे:- हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार 2024 में कब है?

हलषष्ठी/ हरछठ कब और कैसे मनाया जाता है? हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार के महत्व क्या है? हलषष्ठी/ हरछठ क्यों मनाया जाता भारत देश में हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार कुछ राज्य में ही मनाया जाता है

हर जगह इस त्यौहार का अलग – अलग नाम दिया गया है. हलषष्ठी त्यौहार को कमरछठ , हल छठ , ललहीछठ , के नामो से भी मनाया जाता है.

CG Hal Shasthi Tyohar 2024

आर्टिकल नाम Chhattisgarh Hal Shasthi Tyohar 2024 Me kab hai
लाभार्थी छत्तीसगढ़ के राज्य के सभी लोग
लाभ हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार से
सम्बंधित सभी जानकारी
कब मनाया जाता है भाद्र मास के कृष्ण पक्ष पंचमी को
साल 2024
हलषष्ठी/ हरछठ 2024 में कब है 24 अगस्त शनिवार
आर्टिकल साईट cgyojana.com

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हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार कब और कैसे मनाया जाता है?

हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार कब है? हलषष्ठी त्यौहार को हरछठ या कमरछठ या ललहीछठ त्यौहार कहते है इस त्यौहार को इन चार नामो से जाना जाता है. यह त्यौहार उतर प्रदेश और बिहार तथा और राज्य में भी मनाया जाता है.

छत्तीसगढ़ में हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार हर साल भाद्र पद कृष्ण पक्ष पंचमी के दिन हलषष्ठी/ हरछठ/ लहलही त्यौहार मनाया जाता है.

हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार कैसे मनाया जाता है? भारत में हलषष्ठी/ हरछठ त्योहर कुछ राज्य में ही मनाया जाता है. हर राज्य में अलग – अलग बिधि द्वार मनाया जाता है. Hal Shasthi Tyohar सिर्फ महिलाएं ही अपने पुत्र के लम्बी उम्र के लिए यह व्रत रखती है

यह व्रत निर्जला रखती है. हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार के दिन महिलाएं सुबह में उठती है और महुवा के दातुन से मुह धोती है.दिन भर कुछ नही खाती है नाही कुछ पीती है यानि जो महिला यह व्रत रखती है वह महिला निर्जला रहती है. नाहा कर अच्छा सा कोई वस्त्र पहनती है और शाम को पूजन करने के लिए अच्छे से जगह पर आटा से चौक बनाया जाता है

और झरबेरी , पलाश की टहनी , कंस की डाल को बांध दिया जाता है. एस त्यौहार में 6 प्रकार के अनाज लगता है जैसे – गेहू , चना , धान , जौ, अरहर , मक्का , मुंग , महुवा इक्कठा करके सुहाग के सभी समान रखा जता है .

जिस खेत में बुवाई न हुई हो हल न चलाया गया हो उस खेत में से धान का चावल चाहिए होता है भैंस के दूध , दही , खोआ , से पूजन किया जाता है . हलछठ देवी की फोटो या कलेंडर रखकर या गणेश गौरी की मूर्ति बनाकर हल षष्ठी देवी की पूजन की जाती है

हलछठ की कथा सुन कर उठाते है. हलषष्ठी/ हरछठ व्रत पूर्ण होने के बाद महिला तितरी का चावल और केर्मुआ का साग , पशी के चावल , गाय का दूध , दही , खोआ का सेवन करती है

Hal Shasthi Tyohar 2024 Me kab hai?

हलछठ त्यौहार भारत के कुछ राज्य में मनाया जाता है. हल षष्ठी त्यौहार बहुत धूम धाम से मनाया जाता है. यह त्यौहार महिलाये अपने पुत्र के लम्बी उम्र के लिए करती है. छत्तीसगढ़ में हलछठ/हलषष्ठी त्यौहार 2024 में 24 अगस्त दिन शनिवार को है.

हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार का महत्व क्या है?

  1. Hal Shasthi त्यौहार ज्यादा पुत्र वाली महिला ही व्रत रखती है जो अपने पुत्र की लम्बी उर्म के लिए यह व्रत रखती है.
  2. हलषष्ठी/ हरछठ जो महिला करती है उस महिला की पुत्र हमेश सुरक्षित रहेगा जो संकट उसके ऊपर आएगी वो टल जाएगी.
  3. यह त्यौहार की दिन पूजा करने से जो लड़का होता वह हमेशा खुश रहता है.
  4. जो महिला हलषष्ठी/ हरछठ का व्रत रखती है उनका जो बेटा होता है उनकी आयु लम्बी होती है.
  5. यह त्यौहार करने से पुत्र के जिन्दगी में सुख समृधि बनी रहती है.
  6. जो महिला इस व्रत को सच्चे मन से रखेगी उस महिला का बेटा हमेशा हर परेशानी से निकलकर आजायेगा और संकट से बच जायेगा क्यू की हलषष्ठी देवी माँ उस बेटे को सुरक्षित तथा सही शालामत रखेगी.

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हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार क्यू मनाया जाता है?

जब भगवान श्री कृष्ण जी के बड़े भाई भगवान बलराम का जन्म भाद्रपद के कृष्ण पक्ष षष्ठी के दिन उनका जन्म हुआ था. तो भारत देश में इसी दिन को कोई बलराम जयंती के नाम से मनाते है.

भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम है जो भारत देश में अलग – अलग नामो से मनाया जाता है. जैसे – छत्तीसगढ़ में हर छठ / कमर छठ के नाम से मनाया जाता है, रजस्थान में चन्द्र षष्ठी के नाम से मनाया जाता है,

गुजरात में रन्धन छठ के नाम से मनाया जाता है, ब्रज क्षेत्र में बलदेव छठ के नाम से मनाया जाता है. हलषष्ठी त्यौहार को कमरछठ , हल छठ , ललहीछठ , के नामो से मनाया जाता है.

हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार कब मनाया जाता है?

छत्तीसगढ़ में हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार हर साल भाद्र पद कृष्ण पक्ष पंचमी के दिन हलषष्ठी या हरछठ ललही छठ मनाया जाता है. हलषष्ठी/ हरछठ को ही हम ललही छठ कहते है. जो भारत के कुछ राज्य में मनाया जाता है हर राज्य में अलग अलग नामो से जानते है.

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Hal Shasthi Tyohar से सम्बंधित कुछ सवाल और जवाब(FAQ)

हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार कब मनाया जाता है?

छत्तीसगढ़ में हलषष्ठी/ हरछठ त्यौहार हर वर्ष भाद्रपद के कृष्ण पक्ष पंचमी के दिन मनाया जाता है.

Hal Shasthi / LalhiChhath Tyohar 2024 में कब है?

छत्तीसगढ़ में Hal Shasthi Tyohar / LalhiChhath 2024 में 24 अगस्त शनिवार को है.

हलषष्ठी/हलछठ त्यौहार महिलाएं क्यू मनाती है?

हलछठ या हलषष्ठी त्यौहार महिलाये अपने पुत्र के लम्बी उम्र के लिए करती है. इस त्यौहार के दिन महिलाएं अपने पुत्र के लिए व्रत रखती है और प्रथना करती है की हमारा पुत्र जहाँ भी रहे खुशहाल रहे.

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